Songtexte Ol Ghol Kamlo - Preeti Sagar , Sushma Shreshtha
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
झूले
रे
भाय
रे
पीपल
नु
पान
झूले
रे
भाय
रे
पीपल
नु
पान
राधा
रमे
ने
रमे
काळु
रोकान
राधा
रमे
ने
रमे
काळु
रोकान
हेरूनी
संगे
सो
फुल्या
रे
फान
मिरुड़ी-मिरुड़ी
चुप-चुप-चुप
झटपट-झटपट
चुप-चुप-चुप
कदम
नी
ओथे
छुपोई
दे
ताल
दई
बोनावे
कदम
नी
ओथे
छुपोई
दे
ताल
दई
बोनावे
मैना
पोपट
जेवी
बोनी
बोनी
रंग
जमावे
अरे-अरे-अरे-अरे
पकड़ई
गयो
ए
पकड़ई
गयो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
मिरुड़ी-मिरुड़ी
चुप-चुप-चुप
झटपट-झटपट
चुप-चुप-चुप
हर
बपोरे
पीपल
ने
नीचे
पवन
लागे
मीठो
हर
बपोरे
पीपल
ने
नीचे
पवन
लागे
मीठो
फूल-पत्ते
फलका
तो
छटाए
कोई
पवन
लादी
थो
ए
पकड़ई
गयो
अरे
पकड़ई
गयो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
मिरुड़ी-मिरुड़ी
चुप-चुप-चुप
झटपट-झटपट
चुप-चुप-चुप
रमत
एक
पण
रमनारा
बे
कोई
जीते,
कोई
हारे
रमत
एक
पण
रमनारा
बे
कोई
जीते,
कोई
हारे
धारू-मारू
कर
नारी
हूँ
तेवी
माथा
भारे
रे
हे
पकड़ई
गयो
अरे
पकड़ई
गयो
झूले
रे
भाय
रे
पीपल
नु
पान
राधा
रमे
ने
रमे
काळु
रोकान
हेरूनी
संगे
सो
फुल्या
रे
फान
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
घोल-घोल
कांमलो
दावदी
शामलो
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