A.R. Rahman feat. Sowmya Roah - Shauk Hai (From "Guru") Lyrics

Lyrics Shauk Hai (From "Guru") - A.R. Rahman feat. Sowmya Roah




रात का शौक है
रात की सौंधी सी खामोशी का
शौक है, हो शौक है, हो शौक है
सुबह की रोशनी
बेज़ुबान सुबह की और गुनगुनाती
रोशनी का शौक है
हो शौक है, हो शौक है
सनसनी आँवलों का
के इश्क़ के बावलो का
सनसनी आंवलों
के इश्क़ के बांवलों
बर्फ से खेलते बादलो का
शौक है
काश ये ज़िंदगी
खेल ही, खेल में, खो गयी होती
रात का शौक है
हो शौक है, हो शौक है
नींद की गोलियों का
ख्वाब की लोरियों का
नींद की गोलियाँ
ख्वाब की लोरियाँ
बेज़ुबान, ओस की, बोलियों का
शौक है
काश ये ज़िंदगी फिर कहे
बिनकहे बिनसुने सोगयी होती
सुबह की रोशनी
बेज़ुबान सुबह की और गुनगुनाती
रोशनी का शौक है, हो शौक है
शौक है





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