Lyrics Jab Haal E Dil - Sad Version - Alka Yagnik
आहें
भरने
लगा
ये
दिल-ए-बेक़रार
तुम
से
ही
ज़िंदगी
में
सनम,
थी
बहार
तू
चैन
मेरा,
तू
प्यार
मेरा,
ओ
जान-ए-जिगर
मेरे
प्यार
से
क्यूँ
ऐ
जान-ए-वफ़ा,
तू
है
बेख़बर?
मैं
रात
और
दिन
गीत
बस
तेरे
ही
गुनगुनाती
हूँ
पर
देख
तेरा
दीवानापन
मैं
सोच
में
पड़
जाती
हूँ
जब
हाल-ए-दिल...
जब
हाल-ए-दिल
तुम
से
कहने
को
मैं
मिलने
आती
हूँ
पर
देख
तेरा
दीवानापन
मैं
सोच
में
पड़
जाती
हूँ
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