Lyrics Aso Ke Lagan Mein - From "Saathiya" - Khesari Lal Yadav
गाल
बुझाता
टमाटर
देह
पाटर
कमरिया
चाकर
किस्मत
से
मिलल
पिया
लईकी
हाइ
फ़ाई
रे
आसो
के
लगन
में
ब्याव
कईले
भाई
रे
गाजर
मैनी
मीठा
बोली
बयकर
कैने
के
हमके
दीवाना
चिमी
के
छिलका
खाई
जे
हम
इही
मटर
के
दाना
देह
लागे
हार्डी
परछे
ऐही
भोज़ाई
रे
आसो
के
लगान
में
ब्याव
कैले
भाई
रे
आखे
के
कजरी
देहकता
बद्री
कर
दिहवा
अटॅक
हो
कहु
के
छुयल
छावल
नईखे
पूरा
हो
सिला
पैक
हो
एकरा
के
बनवाले
बड़े
कवनो
हलवाई
रे
आसो
के
लगन
में
ब्याव
कईले
भाई
रे
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