Khesari Lal Yadav - Aso Ke Lagan Mein - From "Saathiya" Lyrics

Lyrics Aso Ke Lagan Mein - From "Saathiya" - Khesari Lal Yadav




गाल बुझाता टमाटर देह पाटर कमरिया चाकर
किस्मत से मिलल पिया लईकी हाइ फ़ाई रे
आसो के लगन में ब्याव कईले भाई रे
गाजर मैनी मीठा बोली बयकर कैने के हमके दीवाना
चिमी के छिलका खाई जे हम इही मटर के दाना
देह लागे हार्डी परछे ऐही भोज़ाई रे
आसो के लगान में ब्याव कैले भाई रे
आखे के कजरी देहकता बद्री कर दिहवा अटॅक हो
कहु के छुयल छावल नईखे पूरा हो सिला पैक हो
एकरा के बनवाले बड़े कवनो हलवाई रे
आसो के लगन में ब्याव कईले भाई रे



Writer(s): Avinash Jha Ghunghroo, Azad Singh



Attention! Feel free to leave feedback.