Lyrics Aarti Shree Gayatri Mata - Studio - Usha Mangeshkar
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
ज्ञानद्वीप और श्रद्धा की बाती
ज्ञानद्वीप और श्रद्धा की बाती
सो भक्ति ही पूर्ति करें जहां घी की
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
मानस की शुची थाल के ऊपर
मानस की शुची थाल के ऊपर
देवी की ज्योत जगें जहां नीकी
देवी की ज्योत जगें जहां नीकी
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
शुद्ध मनोरथ ते जहां घण्टा
शुद्ध मनोरथ ते जहां घण्टा
बाज करें आसुह ही की
बाज करें आसुह ही की
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
जा के समक्ष हमें तिहुं लोक के
जा के समक्ष हमें तिहुं लोक के
गद्दी मिले तब लगें फीकी
गद्दी मिले तब लगें फीकी
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
आरती प्रेम सो नेमों सो करें
आरती प्रेम सो नमों सो करें
ध्यावहिं मूर्ति ब्रह्मा लली की
ध्यावहिं मूर्ति ब्रह्मा लली की
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
संकट आवे न पास कबो तिन्हें
संकट आवे न पास कबो तिन्हें
सम्पदा और सुख की बन लीकी
सम्पदा और सुख की बन लीकी
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की
ज्ञानद्वीप और श्रद्धा की बाती
ज्ञानद्वीप और श्रद्धा की बाती
सो भक्ति ही पूर्ति करें जहां घी की
आरती श्री गायत्रीजी की, आरती श्री गायत्रीजी की

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