Yasser Desai feat. Bharat Menaria-Hitarth Bhatt - Mujhe Yaad Hai - translation of the lyrics into Russian

Lyrics and translation Yasser Desai feat. Bharat Menaria-Hitarth Bhatt - Mujhe Yaad Hai




Mujhe Yaad Hai
Я помню
चंद अल्फ़ाज़ ही सही, कुछ कहता तो है
Пусть всего несколько слов, но они что-то говорят,
याद बन के लहू में तू ही तू बहता तो है
В памяти, словно кровь, только ты течешь.
मेरी साँसों में रहने वाले, मुझ को ये बता
Живущая в моём дыхании, скажи мне,
दिल को दिल से कैसे करते हैं हाँ, जुदा
Как сердца друг от друга отрывают?
ठहर सा गया है बीता वो कल
Замерло то прошлое,
वो सदियों के जैसे मोहब्बत के पल
Те мгновения любви, словно века.
वो मौसम तू जो बदला नहीं
Тот сезон, что не меняется,
वो दर्द मेरे सहना
Та боль, моя любимая,
वो ख़ामोशी को पढ़ लेना
То молчание, что ты умеешь читать,
वो दिल की ज़ुबाँ कहना
Тот язык сердца, что ты понимаешь.
(कहना-कहना, हाँ)
(Понимаешь, понимаешь, да)
मुझे याद हैं, मुझे याद हैं
Я помню, я помню,
मुझे याद हैं वो चाहत के पल
Я помню те мгновения любви.
मुझे याद है, मुझे याद है
Я помню, я помню,
मुझे याद है हर बीता वो कल
Я помню каждый прожитый день.
कहा-सुना भूले नहीं, बस बेख़बर हो गए
Слова и рассказы не забыты, просто мы стали безразличны,
थोड़ी रज़ा, थोड़ा गुनाह और बेक़दर हो गए
Немного согласия, немного вины, и мы стали равнодушны.
है दिल परेशाँ, माना नहीं
Сердце разбито, я не признаю,
जुदाई की रस्मों को जाना नहीं
Ритуалов расставания не понимаю.
वो मेरी खुशी में खुश होकर गले से लगाना तेरा
Твои объятия, когда ты радовалась моей радости,
तू दूर रहा या पास रहा, पर साथ निभाना तेरा
Была ты рядом или далеко, но ты всегда была со мной.
मुझे याद हैं, मुझे याद हैं
Я помню, я помню,
मुझे याद हैं वो चाहत के पल
Я помню те мгновения любви.
मुझे याद है, मुझे याद है
Я помню, я помню,
मुझे याद है हर बीता वो कल
Я помню каждый прожитый день.
"बिन तेरे जी लेंगे" फिर झूठा ये फ़ितूर ले चले
"Мы проживем без тебя" - с этой ложной уверенностью мы ушли,
तेरी खुशी के ही वास्ते तुझ से दूर हो चले
Ради твоего счастья мы ушли от тебя.
जो हम को मिली हैं वो ग़म की सौगातें
Вся печаль, что нам досталась,
इस तनहा सफ़र की सब सहरा, सब रातें
Все пустыни и ночи этого одинокого пути,
दिल पे जो लिखी है हर दास्ताँ पुरानी
Каждая старая история, написанная на сердце,
हम से जो ख़फ़ा थी वो भीगी बरसातें
И те дождливые дни, когда ты была на меня обижена.
मुझे याद हैं, मुझे याद हैं
Я помню, я помню,
मुझे याद हैं वो चाहत के पल
Я помню те мгновения любви.
मुझे याद है, मुझे याद है
Я помню, я помню,
मुझे याद है हर बीता वो कल
Я помню каждый прожитый день.





Writer(s): Bharat Hitarth, Kunwar Naveen Singh


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