Lyrics Jay-Jaykara - Kailash Kher
क्या
कभी
अम्बर
से
सूर्य
बिछड़ता
है
क्या
कभी
बिन
बाती
दीपक
जलता
है
क्या
कभी
अम्बर
से
सूर्य
बिछड़ता
है
क्या
कभी
बिन
बाती
दीपक
जलता
है
कैसी
है
ये
अनहोनी
हर
आँख
हुई
नम
छोड़
गया
जो
तू
कैसे
जियेंगे
हम
तूही
किनारा
तूही
सहारा
तू
जग
सारा,
तू
ही
हमारा
सूरज
तूही
तारा
जय
जयकारा,
जय
जयकारा
स्वामी
देना
साथ
हमारा
(जय
जयकारा
जय
जयकारा)
(स्वामी
देना
साथ
हमारा)
जहाँ
जहाँ
तेरे
पाऊँ
पड़े
वो
धरती
अम्बर
हो
जाये
जाने
ये
कैसी
माया
माया
है
तेरी
तू
निर्बल
चाबल
है
स्वामी
रखवाला
हम
सब
का
उसको
क्या
डर
है
जिसपे
छाया
तेरी
कण
कण
में
है
ख़ुशहाली
झूमे
हैं
डाली
डाली
हम
प्यासों
पे
जो
रिमझिम
बरसे
है
बादल
से
तूही
वो
अमृत
की
धरा
जय
जयकारा,
जय
जयकारा
स्वामी
देना
साथ
हमारा
जय
जयकारा
जय
जयकारा
स्वामी
देना
साथ
हमारा
![Kailash Kher - Bahubali 2 - The Conclusion (Original Motion Picture Soundtrack)](https://pic.Lyrhub.com/img/9/i/u/_/antl3c_ui9.jpg)
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