Lata Mangeshkar - Kabhi Kudh Pe Kabhi Halat Lyrics

Lyrics Kabhi Kudh Pe Kabhi Halat - Lata Mangeshkar



कभी खुद पे, कभी हालात पे रोना आया
कभी खुद पे
कभी खुद पे,कभी हालात पे रोना आया
बात निकली तो,हर इक बात पर रोना आया
बात निकली तो,हर इक बात पर रोना आया
हम तो समझे थे कि
हम भूल गए हैं उनको
हम तो समझे थे
हम तो समझे थे कि
हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज, ये किस बात पे रोना आया
क्या हुआ आज, ये किस बात पे रोना आया
कभी खुद पे,कभी हालात पे रोना आया
किसलिए जीते हैं हम
किसलिए जीते हैं हम,किसके लिए जीते हैं
बड़ा ऐसे सवालात पे रोना आया
बड़ा ऐसे सवालात पे रोना आया
कभी खुद पे...
कौन रोता है किसी और की खातिर दोस्त
कौन रोता है किसी और की खातिर दोस्त
आपको अपनी ही किसी बात पे रोना आया
सबको अपनी ही किसी बात पे रोना आया
कभी खुद पे...
कभी खुद पे,कभी हालात पे रोना आया
बात निकली, तो हर इक बात पे रोना आया
कभी खुद पे...



Writer(s): Iris Kuipers, Dennis Bune


Lata Mangeshkar - Shraddhanjali - My Tribute To The Immortals Vol. 1




Attention! Feel free to leave feedback.