Kishore Kumar feat. Sadhana Sargam - Phool Ye Kahan Se (From "Kaash") Songtexte

Songtexte Phool Ye Kahan Se (From "Kaash") - Kishore Kumar , Sadhana Sargam




फूल ये कहाँ से आए हैं? (बोलूँ)
फल ये कहाँ से आए हैं? (बोलूँ)
पेड़ ये कहाँ से आए हैं?
ओ, सुन, मेरे बेटे, जहाँ वाले ने
सब कुछ है बनाया जादू से
कमाल है, daddy, जहाँ वाले ने
क्या ख़ूब बनाया जादू से
फूल ये कहाँ से आए हैं? (बोलूँ)
फल ये कहाँ से आए हैं? (बोलूँ)
पेड़ ये कहाँ से आए हैं?
ओ, सुन, मेरे बेटे, जहाँ वाले ने
सब कुछ है बनाया जादू से
कमाल है, daddy, जहाँ वाले ने
क्या ख़ूब बनाया जादू से
पानी है नदी में, नदी दरिया में, दरिया सागर में
मीठा-मीठा पानी बन जाए खारा जाके समुन्दर में
पानी है नदी में, नदी दरिया में, दरिया सागर में
मीठा-मीठा पानी बन जाए खारा जाके समंदर में
पानी कैसे बने खारा? (बोलूँ)
ये कौन करे सारा? (बोलूँ)
है काम बड़ा न्यारा
ए, सुन, मेरे बेटे, जहाँ वाले ने
सब कुछ है छुपाया जादू से
कमाल है, daddy, जहाँ वाले ने
क्या ख़ूब छुपाया जादू से
रंगों वाली तितली, पंखों वाले पंछी अच्छे लगते हैं
बाग़ में, चमन में, सूने-सूने बन में उड़ते फ़िरते हैं
रंगों वाली तितली, पंखों वाले पंछी अच्छे लगते हैं
बाग़ में, चमन में, सूने-सूने बन में उड़ते फ़िरते हैं
ये कैसे उड़ते हैं? (बोलूँ)
हवा में रहते हैं (बोलूँ)
ये क्यूँ नहीं गिरते हैं?
ए, सुन, मेरे बेटे, जहाँ वाले ने
सब को है उड़ाया जादू से
कमाल है, daddy, जहाँ वाले ने
क्या ख़ूब उड़ाया जादू से
चाँद और सूरज आसमाँ पे रहकर कभी ना निकलें साथ
दिन में चमकता गोल-गोल सूरज, चाँद को भाए रात
चाँद और सूरज आसमाँ पे रहकर कभी ना निकलें साथ
दिन में चमकता गोल-गोल सूरज, चाँद को भाए रात
ये दिन क्या होता है? (बोलूँ)
ये रात क्या होती है? (बोलूँ)
ये शाम क्यूँ होती है?
ए, सुन, मेरे बेटे, जहाँ वाले ने
सब कुछ है रचाया जादू से
कमाल है, daddy, जहाँ वाले ने
क्या ख़ूब रचाया जादू से
फूल ये कहाँ से आए हैं? (बोलूँ)
फल ये कहाँ से आए हैं? (बोलूँ)
पेड़ ये कहाँ से आए हैं?



Autor(en): Farooq Qaiser, Nagrath Rajesh Roshan



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