Lyrics Roja (From "Roja") - Hariharan , K. S. Chithra
रोज़ा
जानेमन
तू
दिल
की
धड़कन
तुझ
बिन
तरसे
नैना
दिलसे
न
जाती
है
यादें
तुम्हारी
कैसे
तुम
बिन
जीना
आँखों
में
तू
है
आँसुओ
में
तू
है
आँखें
बंद
कर
लू
तो
मन
में
भी
तू
है
ख्वाबों
में
तू
साँसों
में
तू
रोज़ा
रोज़ा
जानेमन
तू
दिल
की
धड़कन
तुझ
बिन
तरसे
नैना
छुके
यु
चली
हवा
जैसे
छू
गये
हो
तुम
फूल
जो
खिले
थे
वो
शूल
बन
गये
हैं
क्यों
जी
रहा
हूँ
इसलिए
दिल
में
प्यार
है
तेरा
ज़ुल्म
सेह
रहा
हूँ
क्यूँ,
क्यों
इंतेज़ार
है
तेरा
तुमसे
मिले
बिना
जान
भी
ना
जाएगी
कयामत
से
पहेले
सामने
तू
आएगी
कहाँ
है
तू?
कैसी
है
तू?
रोज़ा
रोज़ा
जानेमन
तू
दिल
की
धड़कन
तुझ
बिन
तरसे
नैना
आँखों
में
तू
है
आँसुओ
में
तू
है
आँखें
बंद
कर
लू
तो
मॅन
में
भी
तू
है
कहाँ
है
तू?
कैसी
है
तू?
रोज़ा
ठंडी
ठंडी
ए
हवा
तेरा
काम
क्या
यहाँ
मीत
नहीं
पास
में,
चाँदनी
तू
लौट
जा
फूल
क्यों
खिलो
हो
तुम,
ज़ुलफ
नहीं
वो
यहाँ
झुके
झुके
आसमान
मेरी
हँसी
ना
उड़ा
प्यार
के
बिना
मेरी
ज़िंदगी
उदास
है
कोई
नहीं
है
मेरा
सिर्फ़
तेरी
आस
है
ख्वाबों
में
तू
साँसों
में
तू
रोज़ा
रोज़ा
जानेमन
तू
दिल
की
धड़कन
तुझ
बिन
तरसे
नैना
आँखों
में
तू
है
आँसुओ
में
तू
है
आँखें
बंद
कर
लू
तो
मॅन
में
भी
तू
है
ख्वाबों
में
तू
साँसों
में
तू
रोज़ा
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