Lyrics Ishq Phulara - Tapu Mishra , Humane Sagar
इश्क़
ଫୁଲର
ହାଏ
ପାଖୁଡା
ପରିକା
କଅଁଳ
କୋମଳ
ସତେ
ମହକା
ମହକା
इश्क़
ଅଭୁଲା,
ସେ
ଯେ
ସ୍ମୃତି
ଅପାସୁରା
ସବୁଠୁ
ସୁନ୍ଦର
ଆଉ
ସବୁଠୁ
ନିଆଁରା
ଇନ୍ଦ୍ରଧନୁର
ସାତ
ରଙ୍ଗରେ
(तू
ही
तू,
तू
ही
तू)
ଗୀତ
ଆଉ
ସଙ୍ଗୀତର
ଛନ୍ଦରେ
(तू
ही
तू,
तू
ही
तू)
ଭାବ
ଆଉ
ଭାବନାର
ମୋର୍ଚ୍ଛନା
ପୂଜା,
ଆରଧନା
ଆଉ
ଅର୍ଚନା
ନୂଆ
ମେଘର
ପରଷେ
इश्क़-इश्क़
ଭିଜା
ମାଟିର
ସୁଗନ୍ଧେ
इश्क़
ଆଖି
ଆଖି
ମିଳନେ
इश्क़-इश्क़
ମୃଦୁ
ମୃଦୁ
ସ୍ପନ୍ଦନେ
इश्क़
ସେଇ
इश्क़
ହେଇ
ସବୁଦିନ
ପାଇଁ
ମୋ
ଭିତରେ
ରହିଚୁ
ତୁ
इश्क़
है
मौला-मौला
इश्क़
है
रामा-रामा
इश्क़
से
होगा
रूबरू
इश्क़
है
तू
ही
तू
(इश्क़
है,
इश्क़
है
तू
ही
तू)
(इश्क़
है
तू
ही
तू)
ଯେତେଥର
ଏ
ପଲକ
ପଡୁଛି
ସେତେଥର
ଏ
ମନ
ତୋତେ
ଖୋଜୁଛି,
मौला,
ହାଏ,
रामा
ମୁଁ
ଯେବେଠୁ
ପଡିଲି
ତୋ
ପ୍ରେମରେ
ଆଉ
ଲାଗୁନି
ମନ
କଉ
କାମରେ,
मौला,
ହାଏ,
रामा
ଏଇ
ପାଗଳାମିରେ
इश्क़-इश्क़
ତୋର
ଦୁଷ୍ଟାମୀରେ
ବି
इश्क़
ମିଠା-ମିଠା
ଚାହାଣିରେ
इश्क़-इश्क़
ନୂଆ
ମୌସୁମୀରେ
इश्क़
ପହିଲି
ଦେଖାରେ
ଚୋରାଇଲା
ମନ
इश्क़
ର
ଏ
ଯାଦୁ
इश्क़
है
मौला-मौला
इश्क़
है
रामा-रामा
इश्क़
से
होगा
रूबरू
इश्क़
है
तू
ही
तू
(इश्क़
है,
इश्क़
है
तू
ही
तू)
(इश्क़
है
तू
ही
तू)
इश्क़
है
मौला-मौला
इश्क़
है
रामा-रामा
इश्क़
से
होगा
रूबरू
इश्क़
है
तू
ही
तू
इश्क़
है,
इश्क़
है
तू
ही
तू
इश्क़
है
तू
ही
तू
इश्क़
है
तू
ही
तू
इश्क़
है
तू
ही
तू
तू
ही
तू
Attention! Feel free to leave feedback.