Altamash Faridi - EK Mulaqat Lyrics

Lyrics EK Mulaqat - Altamash Faridi




एक मुलाक़ात हो, तू मेरे पास हो
एक मुलाक़ात हो, तू मेरे पास हो
जीने की वजह तुम बनो, तुम बनो
बन के तू रहबर मुझको मिला है
तू मिल गया, मैं मुक़म्मल हुआ
एक मुलाक़ात ज़रूरी
है ज़रूरी जीने के लिए
हाँ, मुलाक़ात ज़रूरी
है ज़रूरी ज़िंदगी के लिए
मैं तुझे चूम लूँ चाहत सी होती है
पास तू जो रहे राहत सी होती है
मैं तुझे चूम लूँ चाहत सी होती है
पास तू जो रहे राहत सी होती है
चल प्यार की नई शुरुआत हो
कुछ ना कहें पर सारी बातें हों
बन के तू रहबर मुझको मिला है
तू मिल गया, मैं मुक़म्मल हुआ
एक मुलाक़ात ज़रूरी
है ज़रूरी जीने के लिए
हाँ, मुलाक़ात ज़रूरी
है ज़रूरी ज़िंदगी के लिए
हर पल दिल में अधूरापन सा है
भटके तन्हा बंजारा जीवन है
हर पल दिल में अधूरापन सा है
भटके तन्हा बंजारा जीवन है
मैं हूँ क्या बस एक आधा आसमाँ?
ना रख पाऊँ फ़ासला दरमियाँ
बन के तू रहबर मुझको मिला है
तू मिल गया, मैं मुक़म्मल हुआ
एक मुलाक़ात ज़रूरी
है ज़रूरी जीने के लिए
हाँ, मुलाक़ात ज़रूरी
है ज़रूरी ज़िंदगी के लिए



Writer(s): Sameer Anjaan, Shravan Rathod, Nadeem Saifi



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