Lyrics Ek Charraiya - Arijit Singh
एक
चिरैया
घोंसले
को
छोड़
उड़
उड़
जाए
और
ये
सोचे
काश
ऐसा
हो
कदम
मुड़
जाए
एक
चिरैया
घोंसले
को
छोड़
उड़
उड़
जाए
और
ये
सोचे
काश
ऐसा
हो
कदम
मुड़
जाए
तिनका-तिनका
कर
बटोरा
और
बनाया
घर
पर
समय
की
बारिशों
ने
कर
दिया
बेघर
कर
दिया
बेघर
कर
दिया
बेघर
ओ
मुसाफिर
धीर
धर
आएगा
सूरज
इधर
काहे
भागे,
काहे
भागे
दूर
जितना
जाएगा
लौट
फिर
ना
पाएगा
काहे
भागे,
काहे
भागे
एक
चिरैया
को
पराया
देस
कैसे
भाए
गांव
का
पीपल
पुराना
याद
उसको
आए
तिनका-तिनका
कर
बटोरा
और
बनाया
घर
पर
समय
की
बारिशों
ने
कर
दिया
बेघर
कर
दिया
बेघर
कर
दिया
बेघर
ये
जो
आंसुओं
की
लड़ी
बेह
रही
है
हर
घड़ी
तेरे
आगे,
तेरे
आगे
याद
रख
हर
मोड़
पर
एक
नयी
सुबह
खड़ी
काहे
भागे,
काहे
भागे
इक
चिरैया
आंसुओं
से
लड़
झगड़
सो
जाए
राह
पथरीली
है
लेकिन
हौसला
ना
जाए
तिनका-तिनका
कर
बटोरा
और
बनाया
घर
पर
समय
की
बारिशों
ने
कर
दिया
बेघर
कर
दिया
बेघर
कर
दिया
बेघर
Attention! Feel free to leave feedback.