Asha Bhosle - Kaun Aaya Ki Nigahon Mein Lyrics

Lyrics Kaun Aaya Ki Nigahon Mein - Asha Bhosle




कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया
किसके आने की ख़बर ले के हवाएँ आईं
किसके आने की ख़बर ले के हवाएँ आईं
जिस्म से फूल चटकने की सदाएँ आईं
जिस्म से फूल चटकने की सदाएँ आईं
रूह खिलने लगी रूह खिलने लगी
साँसों में महक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया
किसने ये मेरी तरफ़ देख के बाँहें खोलीं
किसने ये मेरी तरफ़ देख के बाँहें खोलीं
शोख़ जज़्बात ने सीने में निगाहें खोलीं
शोख़ जज़्बात ने सीने में निगाहें खोलीं
होंठ तपने लगे होंठ तपने लगे
ज़ुल्फ़ों में लचक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया
किसके हाथों ने मेरे हाथों से कुछ माँगा है
किसके हाथों ने मेरे हाथों से कुछ माँगा है
किसके ख़्वाबों ने मेरी रातों से कुछ माँगा है
किसके ख़्वाबों ने मेरी रातों से कुछ माँगा है
साज़ बजने लगेसाज़ बजने लगे
आँचल में खनक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया कि निगाहों में चमक जाग उठी
दिल के सोए हुए तारों में खनक जाग उठी
कौन आया



Writer(s): Sahir Ludhianvi, Ravi


Attention! Feel free to leave feedback.