Asha Bhosle feat. Kishore Kumar - Kitne Atal Thay (From "Ek Bar Mooskura Do") Lyrics

Lyrics Kitne Atal Thay (From "Ek Bar Mooskura Do") - Kishore Kumar , Asha Bhosle




कितने अटल थे तेरे इरादे
याद तो कर तू वफ़ा के वादे
तूने कहा था खाकर कस्में
सदा निभाएंगे प्यार की रस्में
तू औरों की क्यों हो गयी
तू हमारी थी जान से प्यारी थी
तेरे लिए मैंने ने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यों हो गयी
क्या ये तेरे सुख के साधन
मेरी याद को भुला सकेंगे
मेरी याद जब नींद उड़ा देगी
क्या ये तुझ को सुला सकेंगे
क्या ये तुझ को सुला सकेंगे
साधन में सुख होता नहीं हैं
सुख जीवन की एक कला हैं
मुझ से ही छल किया ना तूने
अपने को तूने आप छला हैं
तू औरों की क्यों हो गयी
तू हमारी थी जान से प्यारी थी
तेरे लिए मैंने ने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यों हो गयी
तेरे लिए मैं लाया बहारें
तेरे लिए मैं जान पे खेला
दो दिन तूने ही राह ना देखि
छोड़ के चल दी मुझे अकेला
होओओओओ
छोड़ के चल दी मुझे अकेला
तेरी जुदाई मेरी चिता हैं
गम की चिता में मैं जल रहा हूँ
मन मेरा देहके मरघट जैसा
अंगारों पर मैं चल रहा हूँ
तू औरों की क्यों हो गयी



Writer(s): indivar, o.p. nayyar



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