Lyrics Baarish Ki Jaaye - Sunanda Sharma , B. Praak
ये
सूरज
से
भी
कह
दो
कि
अपनी
आग
बुझा
के
करे
ये
सूरज
से
भी
कह
दो
कि
अपनी
आग
बुझा
के
करे
अगर
उस
से
बातें
करनी
हैं
तो
फिर
नज़र
झुका
के
करे
तो
फिर
नज़र
झुका
के
करे
तारे
उस
के
हाथ
में
होने
ही
चाहिए
जुगनू
उस
के
साथ
में
सोने
ही
चाहिए
ओ,
ख़ुशबुओं
से
उस
की
सिफ़ारिश
की
जाए
ओ,
ख़ुशबुओं
से
उस
की
सिफ़ारिश
की
जाए
(सिफ़ारिश
की
जाए)
ऐ
ख़ुदा,
तू
बोल
दे
तेरे
बादलों
को
ऐ
ख़ुदा,
तू
बोल
दे
तेरे
बादलों
को
मेरा
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
ये
सूरज
से
भी
कह
दो
कि
अपनी
आग
बुझा
के
करे
अगर
उस
से
बातें
हैं
करनी
तो
नज़रें
झुका
के
करे
हो,
ये
सूरज
से
भी
कह
दो,
अपनी
आग
बुझा
के
करे
'गर
उस
से
बातें
करनी
हैं
तो
नज़रें
झुका
के
करे
मोहब्बत,
Jaani
की
पूरी
ख़ाहिश
की
जाए
मोहब्बत,
Jaani
की
पूरी
ख़ाहिश
की
जाए
(ख़ाहिश
की
जाए)
ऐ
ख़ुदा,
तू
बोल
दे
तेरे
बादलों
को
ऐ
ख़ुदा,
तू
बोल
दे
तेरे
बादलों
को
मेरा
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
हाय,
आशिक़
हो
जाने
में
कितना
वक्त
लगता
है
रब
के
घर
में
आने
में
कितना
वक्त
लगता
है
देखा
उसे
तो
ये
मालूम
हुआ
कि
जन्नत
को
पाने
में
कितना
वक्त
लगता
है
ये
ज़माना
जाने
ना,
क्या
करा
सकती
है
ओ,
यार
मेरे
की
नज़रें
हैं,
दरिया
डुबा
सकती
हैं
उस
का
बस
चले
तो
सारा
दरिया
पी
जाए
उस
का
बस
चले
तो
सारा
दरिया
पी
जाए
ऐ
ख़ुदा,
ऐ
ख़ुदा...
ऐ
ख़ुदा,
तू
बोल
दे
तेरे
बादलों
को
मेरा
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
ऐ
ख़ुदा,
तू
बोल
दे
तेरे
बादलों
को
मेरा
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
यार
हँस
रहा
है,
बारिश
की
जाए
(बारिश
की
जाए)
ना
दुनिया
के
लिए
लिखते,
ना
मेरे
लिए
लिखते
ना
दुनिया
के
लिए
लिखते,
ना
मेरे
लिए
लिखते
Haha!
Ghalib
ज़िंदा
होते
तो
तेरे
लिए
लिखते
Ghalib
ज़िंदा
होते
तो
तेरे
लिए
लिखते
(तेरे
लिए
लिखते,
तेरे
लिए
लिखते)
Attention! Feel free to leave feedback.