Jatin-Lalit - O Hum Safar Dil Ke Nagar Lyrics

Lyrics O Hum Safar Dil Ke Nagar - Lalit , Jatin




ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
रूठिए यूँ नहीं, इधर आइए
बाँहों में के हमारी कुछ कर जाइए
हो, रूठिए यूँ नहीं, इधर आइए
बाँहों में के हमारी कुछ कर जाइए
हाए, हम कहीं ना आज मर जाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
देखिए यूँ नहीं, पिघल जाऊँगी
छूना ना मुझको सनम तुम, मैं जल जाऊँगी
ओ, देखिए यूँ नहीं, पिघल जाऊँगी
छूना ना मुझको सनम तुम, मैं जल जाऊँगी
होने को है शाम, चलो घर जाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ
तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ
ओ, हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ



Writer(s): Jatin Pandit, Neeraj


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