Lyrics Tum - Version - Javed Ali
तुम
नज़र
में
रहो
ख़बर
किसी
को
ना
हो
आँखें
बोलें,
हो
लब
पे
ख़ामोशी
आँखें
बोलें,
हो
लब
पे
ख़ामोशी
तुम
चलो
जिस
डगर
वो
हो
मेरी
राह-गुज़र
आँखें
बोलें,
हो
लब
पे
ख़ामोशी
आँखें
बोलें,
हो
लब
पे
ख़ामोशी
दूरियाँ
कम
कर
दे
प्यार
का
अंबर
दे
ज़ुल्फ़ों
का
वो
आसमाँ
बस
आँखों
पे
मेरी
हो
थमा
सुबह-सुबह
ये
बात
हो
नज़र
मिले,
ज़रा-ज़रा
रात
हो
खुले
मौसम
तुम
नज़र
में
रहो
ख़बर
किसी
को
ना
हो
आँखें
बोलें,
हो
लब
पे
ख़ामोशी
हाँ,
आँखें
बोलें,
हो
लब
पे
ख़ामोशी
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