Lyrics Palke Utha Sajna - Kavita Krishnamurthy
पलकें
उठा
सजना
कल
को
भुला
सजना
Love
रंग
जीवन
के,
मैं
ले
के
आ
गई
रे,
ले
के
आ
गई
घने-घने
केशों
की
छाया
में
बड़े-बड़े
नैनों
की
माया
में
बाँध
रखूँगी
तुझे
हाँ,
भरोसा
है
मुझे
सुख
सभी
दूँगी
तुझे
हाँ,
भरोसा
है
मुझे
ये
रूप
की
रंगत,
ये
प्रीत
की
संगत
मन
मोहिनी
बन
के
मुझे
भरमा
गईं
कहाँ
से
आ
गईं?
कामायनी
जैसी,
सादामिनी
जैसी
Love
रंग
जीवन
के,
मैं
ले
के
आ
गई
रे,
ले
के
आ
गई
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