Kishore Kumar feat. R. D. Burman - Oh Hansini (From "Zehreela Insaan") Lyrics

Lyrics Oh Hansini (From "Zehreela Insaan") - Kishore Kumar feat. R. D. Burman




हंसिनी, मेरी हंसिनी, कहाँ उड़ चली
मेरे अरमानों के पंख लगा के, कहाँ उड़ चली
हंसिनी, मेरी हंसिनी, कहाँ उड़ चली
मेरे अरमानों के पंख लगा के, कहाँ उड़ चली
आजा मेरी साँसों में महक रहा रे तेरा गजरा
आजा मेरी रातों में लहक रहा रे तेरा कजरा
हो आजा मेरी साँसों में महक रहा रे तेरा गजरा
हो आजा मेरी रातों में लहक रहा रे तेरा कजरा
हंसिनी, मेरी हंसिनी, कहाँ उड़ चली
मेरे अरमानों के पंख लगा के, कहाँ उड़ चली
देर से लहरों में कमल संभाले हुए मन का
जीवन ताल में भटक रहा रे तेरा हंसा
हो देर से लहरों में कमल संभाले हुए मन का
हो जीवन ताल में भटक रहा रे तेरा हंसा
हंसिनी, मेरी हंसिनी, कहाँ उड़ चली
मेरे अरमानों के पंख लगा के, कहाँ उड़ चली
कहाँ उड़ चली
कहाँ उड़ चली



Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Rahul Dev Burman


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