Kishore Kumar - Sheeshe Ke Gharon Mein (From "Sanam Teri Kasam") Lyrics

Lyrics Sheeshe Ke Gharon Mein (From "Sanam Teri Kasam") - Kishore Kumar




शीशे के घरों में देखो तो
पत्थर दिल वाले बसते हैं
जो प्यार को खेल समझते हैं
ओर तोड़ के दिल को हँसते हैं
शीशे के घरों में देखो तो
पत्थर दिल वाले बसते हैं
जो प्यार को खेल समझते हैं
ओर तोड़ के दिल को हँसते हैं
शीशे के घरों में देखो तो
पत्थर दिल वाले बसते हैं
कभी जान पे खेल के भी जग में
कसमों को निभाया जाता था
कभी जान पे खेल के भी जग में
कसमों को निभाया जाता था
जब वादे भुलाने से पहले
खुद को ही भुलाया जाता था
अब कसमें कितनी झूठी हैं
ओर वादे कितने सस्ते हैं
जो प्यार को खेल समझते...
ओर तोड़ के दिल को हँसते हैं
शीशे के घरों में देखो तो
पत्थर दिल वाले बसते हैं
अजी प्यार सौदा दिलों का है
जो ये व्योपारी क्या जानें
अजी प्यार सौदा दिलों का है
जो ये व्योपारी क्या जानें
ये प्यार तो अपनी पूजा है
दौलत के पुजारी क्या जानें
अपनी हर बात छुपाते हैं
दीवानों पे फ़ितरे कसते हैं
जो प्यार को खेल समझते...
ओर तोड़ के दिल को हँसते हैं
शीशे के घरों में देखो तो
पत्थर दिल वाले बसते हैं



Writer(s): BURMAN R D, BAWRA GHULSHAN


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