Lyrics Mera Intkam Dekhegi - Krishna Beura
जो
दिल
में
भरा
तूने
देखेगी
उस
ज़हर
को
भुगतेगी
मेरे
ग़म
को
मेरी
आह
के
कहर
को
अपनी
ख़ुदगर्ज़ी
का
अब
अंजाम
देखेगी
ठुकरा
के
मेरा
प्यार
मेरा
इंतक़ाम
देखेगी
ठुकरा
के
मेरा
प्यार
मेरा
इंतक़ाम
देखेगी
चाहत
का
सिला,
ज़ालिम
मतलब
ही
दिया
तूने
मजबूर
ना
थी,
फिर
भी
धोखा
किया
तूने
नफ़रत
को
मेरी
अब
तू
सुब्ह-ओ-शाम
देखेगी
ठुकरा
के
मेरा
प्यार
मेरा
इंतक़ाम
देखेगी
ठुकरा
के
मेरा
प्यार
मेरा
इंतक़ाम
देखेगी
तूने
हर
सितम
जो
मुझ
पे
कुछ
सोच
के
किया
है
क़ुदरत
ने
सिला
उसका
आख़िर
तुझे
दिया
है
दुनिया
शिकस्त
तेरी
सर-ए-आम
देखेगी
ठुकरा
के
मेरा
प्यार
मेरा
इंतक़ाम
देखेगी
ठुकरा
के
मेरा
प्यार
मेरा
इंतक़ाम
देखेगी
गा
गा
सा
गा
गा
सा
नि
सा
सा
नि
सा
नि
धा
पा
गा
गा
सा
गा
गा
सा
नि
सा
सा
सा
सा
सा
गा
गा
सा
गा
गा
सा
नि
सा
सा
नि
सा
नि
धा
पा
गा
गा
सा
गा
गा
सा
नि
सा
सा
सा
सा
सा
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