Mohammed Aziz feat. Kavita Krishnamurthy - Jeevan Ek Sanghursh Hai - From "Jeevan Ek Sanghursh" Lyrics

Lyrics Jeevan Ek Sanghursh Hai - From "Jeevan Ek Sanghursh" - Kavita Krishnamurthy , Mohammod Aziz



समय का दरिया बहता जाए
बहते बहते कहता जाए
जीवन एक संघर्ष है
विमल
अपनी बदनामियों के साये में
रोज़ जीत हूँ ररोज़ मरता हुन
तुम मुझे भूल गयी हो लेकिन
में तुम्हे अब भी याद करता हूँ
दिल कब तक ये सहता जाए
जीवन एक संघर्ष है
विमल
जिन्हें एक पल को में नहीं भूला
पाना चाहा जिन्हें फिर से
जिनकी यादों को पूजता में रहा
पाया और खो दिया उन्हें फिर से
आंसू क्यों बहता जाए
जीवन एक संघर्ष
समय का दरिया बहता जाए
बहते बहते कहता जाए
जीवन एक संघर्ष है
विमल
इस तरह जीने पर मजबूर हुए
जिसको चाहा उसी से दूर हुए
हमने जो प्यार के देखे सपने
सारे शीशे की तरह चूर हुए
चूर हुए
ग़म का लावा बहता जाए
जीवन एक संघर्ष है
समय का दरिया बहता जाए
बहते बहते कहता जाए
जीवन एक संघर्ष है



Writer(s): LAXMIKANT PYARELAL, JAVED AKHTAR


Mohammed Aziz feat. Kavita Krishnamurthy - Duets All the Way
Album Duets All the Way
date of release
20-07-2015



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