Mohit Chauhan feat. Javed Ali - Kun Faaya Kun Kun (From "Ranbir Kapoor") Lyrics

Lyrics Kun Faaya Kun Kun (From "Ranbir Kapoor") - Mohit Chauhan , Javed Ali



या निज़ामुद्दीन औलिया
या निज़ामुद्दीन सलक़ा
क़दम बढ़ा ले
हदों को मिटा ले
आजा ख़ालीपन में, पी का घर तेरा
तेरे बिन ख़ाली, आजा, ख़ालीपन में
तेरे बिन ख़ाली, आजा, ख़ालीपन में
रंगरेज़ा
रंगरेज़ा
रंगरेज़ा
रंगरेज़ा
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन, फ़या कुन
फ़या कुन, फ़या कुन, फ़या कुन
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन, फ़या कुन
फ़या कुन, फ़या कुन, फ़या कुन
जब कहीं पे कुछ नहीं भी, नहीं था
वही था, वही था, वही था, वही था
जब कहीं पे कुछ नहीं भी, नहीं था
वही था, वही था, वही था, वही था
वह जो मुझ में समाया
वह जो तुझ में समाया
मौला, वही वही माया
वह जो मुझ में समाया
वह जो तुझ में समाया
मौला, वही वही माया
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन
सदाकल्लाहुल अलियुल अज़ीम
रंगरेज़ा रंग मेरा तन मेरा मन
ले ले रंगाई चाहे तन चाहे मन
रंगरेज़ा रंग मेरा तन मेरा मन
ले ले रंगाई चाहे तन चाहे मन
सजरा सवेरा मेरे तन बरसे
कजरा अंधेरा तेरी जलती लौ
सजरा सवेरा मेरे तन बरसे
कजरा अंधेरा तेरी जलती लौ
क़तरा मिला जो तेरे पर से
मौला, मौला
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन, फ़या कुन
फ़या कुन, फ़या कुन, फ़या कुन
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन, फ़या कुन
फ़या कुन, फ़या कुन, फ़या कुन
जब कहीं पे कुछ नहीं भी, नहीं था
वही था, वही था, वही था, वही था
जब कहीं पे कुछ नहीं भी, नहीं था
वही था, वही था, वही था, वही था
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन
सदाकल्लाहुल अलियुल अज़ीम
सदकरूसूल्लूह-उल-नबी-उल-करीम
सलल्लाह हु अलैहि वसल्लम
सलल्लाह हु अलैहि वसल्लम
मुझपे करम सरकार तेरा
अर्ज़ तुझे, कर दे मुझे, मुझसे ही रिहा
अब मुझको भी हो दीदार मेरा
कर दे मुझे, मुझसे ही रिहा
मुझसे ही रिहा...
मन के मेरे ये भरम
कच्चे मेरे ये करम
लेके चाले है कहाँ मैं तो जानूं ही
तू है मुझमें समाया
कहाँ लेके मुझे आया
मैं हूँ तुझमें समाया
तेरे पीछे चला आया
तेरा ही मैं एक साया
तूने मुझको बनाया
मैं तो जग को भाया
तुने गले से लगाया
अब तू ही है ख़ुदाया
सच तू ही है ख़ुदाया, ख़ुदाया
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन, फ़या कुन
फ़या कुन, फ़या कुन, फ़या कुन
कुन फ़या कुन, कुन फ़या कुन, फ़या कुन
फ़या कुन, फ़या कुन, फ़या कुन
जब कहीं पे कुछ नहीं भी, नहीं था
वही था, वही था, वही था, वही था
जब कहीं पे कुछ नहीं भी, नहीं था
वही था, वही था, वही था, वही था
कुन फया कुन, कुन फया कुन
सदाकल्लाहुल अलियुल अज़ीम
सदकरूसूल्लूह-उल-नबी-उल-करीम
सलल्लाह हु अलैहि वसल्लम
सलल्लाह हु अलैहि वसल्लम




Mohit Chauhan feat. Javed Ali - Best of A. R. Rahman
Album Best of A. R. Rahman
date of release
05-01-2016



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