Nina Mehta feat. Rajendra Mehta - Taj Mahal Mein Aa Jana Lyrics

Lyrics Taj Mahal Mein Aa Jana - Rajendra Mehta , Nina Mehta




जब आँचल रात का लहराए और सारा आलम सो जाए
तुम मुझसे मिलने शम्मा जलाकर ताज महल में जाना
तुम मुझसे मिलने शम्मा जलाकर ताज महल में जाना
जब आँचल रात का लहराए
ये ताज महल जो चाहत की आँखों का सुनहरा मोती है
हर रात जहाँ दो रूहों की खामोशी ज़िंदा होती है
इस ताज के साए में आकर तुम गीत वफ़ा का दोहराना
तुम मुझसे मिलने शम्मा जलाकर ताज महल में जाना
जब आँचल रात का लहराए
तनहाई है जागी-जागी सी, माहौल है सोया-सोया हुआ
जैसे कि तुम्हारे ख़्वाबों में ख़ुद ताज महल हो खोया हुआ
हो ताज महल का ख़्वाब तुम ही, ये राज़ ना मैंने पहचाना
तुम मुझसे मिलने शम्मा जलाकर ताज महल में जाना
जब आँचल रात का लहराए
जो मौत मोहब्बत में आए वो जान से बढ़कर प्यारी है
दो प्यार भरे दिल रोशन हैं, दो रात बहुत अँधियारी हैं
तुम रात के इस अँधियारे में बस एक झलक दिखला जाना
तुम मुझसे मिलने शम्मा जलाकर ताज महल में जाना
जब आँचल रात का लहराए और सारा आलम सो जाए
तुम मुझसे मिलने शम्मा जलाकर ताज महल में जाना
तुम ताज महल में जाना
तुम ताज महल में जाना
तुम ताज महल में जाना




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