Lyrics Ye Lo Kagaz Ye Lo Kalam - Shabbir Kumar
ये
लो
काग़ज़,
ये
लो
कलम
दिल
पे
मेरे
लिख
दो,
सनम
ये
लो
काग़ज़,
ये
लो
कलम
दिल
पे
मेरे
लिख
दो,
सनम
कि
तुमको
हमसे
प्यार
हैं
कि
तुमको
हमसे
प्यार
हैं
कि
तुमको
हमसे
प्यार
हैं
कि
तुमको
हमसे
प्यार
हैं
अरे,
छोड़ो,
छोड़ो
छोड़ो
काग़ज़,
छोड़ो
कलम
मेरे
लहू
से
लिख
लो,
सनम
हो,
छोड़ो
काग़ज़,
छोड़ो
कलम
मेरे
लहू
से
लिख
लो,
सनम
हाँ,
हमको
तुमसे
प्यार
हैं
हाँ,
हमको
तुमसे
प्यार
हैं
हाँ,
हमको
तुमसे
प्यार
हैं
हाँ,
हमको
तुमसे
प्यार
हैं
अरे,
ओय,
ओय,
ओय,
ओय
ये
लो
काग़ज़,
ये
लो
कलम
अरे,
छोड़ो
काग़ज़,
छोड़ो
कलम
'गर
हम
तुमसे
दूर
जाएँ
अरे,
लौटना
चाहे,
पर
लौट
ना
पाएँ
तो
क्या
भूल
जाओगी?
याद
तक
ना,
हाँ,
आओगी
अरे,
ऐसी
बातें
क्यूँ
करते
हो?
मुझे
डराकर
क्यूँ
हँसते
हो?
क्या
रुलाना
ठीक
है?
यूँ
सताना
ठीक
है?
तुम
तो
पागल
हो
गई
हो
मैं
तो
यूँ
ही
झूठी
बातें
बोल
बैठा
अरे,
छोड़ो,
छोड़ो
ये
लो
काग़ज़,
ये
लो
कलम
अरे,
छोड़ो
काग़ज़,
छोड़ो
कलम
तेरी
साँसें
मेरा
जीवन
तेरा
दिल
है,
ओय,
मेरी
धड़कन
साथ-साथ
हम
चलें
साथ-साथ
हम
रुकें
ओ,
माँग
तेरी
मैं
भर
दूँगा
ओए,
तुझे
सुहागन
मैं
कर
दूँगा
नाम
अपना
तुझको
दे
के
प्यार
अपना
तुझसे
ले
के
इस
ज़मीं
से
आसमाँ
तक
तू
है
मेरा,
मेरा,
मेरा
उस
जहाँ
तक
ओए,
झूठी,
झूठी
ये
लो
काग़ज़,
ये
लो
कलम
दिल
पे
मेरे
लिख
दो,
सनम
कि
तुमको
हमसे
प्यार
हैं,
(प्यार
है)
कि
तुमको
हमसे
प्यार
हैं
अरे,
छोड़ो,
छोड़ो
छोड़ो
काग़ज़,
छोड़ो
कलम
मेरे
लहू
से
लिख
लो,
सनम
ये
लो
काग़ज़,
ये
लो
कलम
ओ,
मेरे
लहू
से
लिख
लो,
सनम
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