Lyrics Bas Ek Baar - Soham Naik
मेरी
नज़रों
को
तूने
सपना
दिखाया
जगाया
मुझे
रातों
में
दबी-दबी
साँसों
में
खुशबू
ले
आया
कभी
जो
ना
थी
राहों
में
ऐसा
मेरा
दिल
कभी
ना
था
जैसा
ये
हो
गया,
करामात
तेरी
है
ये
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
मानो
ना
कहना
मेरा
मैं
तो
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
कहता
है
दिल
ये
मेरा
आते-आते
तुम
ले
आना
बेमौसम
की
कुछ
बारिशें
यहाँ
आधे-आधे
भीगे
दोनों
हों
फिर
अपनी
कुछ
ख्वाहिशें
रिहा
ऐसा
मेरा
दिल
कभी
ना
था
हैरान
बेवजह,
सौगात
तेरी
है
ये
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
मानो
ना
कहना
मेरा
मैं
तो
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
कहता
है
दिल
ये
मेरा
हाँ,
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
मानो
ना
कहना
मेरा
मैं
तो
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
कहता
है
दिल
ये
मेरा
बैठे-बैठे
सोचें
तुम
को
दो
आँखें
ये
बुनती
कहानियाँ
हँसते-हँसते
बातें
करते
एक-दूजे
से
ख्वाबों
के
दरमियाँ
ऐसा
मेरा
दिल
कभी
ना
था
इस
बार
हो
गया,
खुराफ़ात
तेरी
है
ये
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
मानो
ना
कहना
मेरा
मैं
तो
बस
एक
बार
तुम
को
देखने
को
तरसूँ
कहता
है
दिल
ये
मेरा
हाँ,
बस
एक
बार
तुमको
देखने
को
तरसूँ
मानो
ना
कहना
मेरा
मैं
तो
बस
एक
बार
तुमको
देखने
को
तरसूँ
कहता
है
दिल
ये
मेरा
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