Lyrics Hum Tum - Acoustic - Prakriti Kakar , Sukriti Kakar
माहिया
यादों
में
तू
है,
हाँ,
बस
तू
ही
कैसा
ये
जादू
किया?
हूँ
मैं
अधूरी,
तू
ही
ज़रूरी
बिन
तेरे
लागे
ना
जिया
नशा
सा
तेरी
आँखों
में,
बातों
में
तू
जीने
की
वजह
मज़ा
ना
इन
सूनी-सूनी
रातों
में
आजा
ना,
यूँ
ना
तड़पा
तुम-हम
और
हम-तुम
हो
जाएँ
कहीं
गुम,
माहिया
मैं
तेरे
बिना
गुमसुम
ना
जाने
तूने
ऐसा
क्या
किया
तुम-हम
और
हम-तुम
हो
जाएँ
कहीं
गुम,
माहिया
मैं
तेरे
बिना
गुमसुम
ना
जाने
तूने
ऐसा
क्या
किया
Whoa
जाऊँ
ना
कभी
तुझे
छोड़
के,
ਸੱਜਣਾ
एक
पल
के
लिए
भी
दूर
(लिए
भी
दूर)
तेरे
साथ
मुझे
है
चलना,
जहाँ-जहाँ
ले
जाए
तू
मैं
खोई-खोई
हूँ,
ना
सोई-सोई
हूँ
जब
से
तू
है
मिला
छुपा
कहाँ
था
तू?
ज़रा
बता
दे
तू
तुझ
पे
रहूँ
मैं
फ़िदा
नशा
सा
तेरी
आँखों
में,
बातों
में
तू
जीने
की
वजह
मज़ा
ना
इन
सूनी-सूनी
रातों
में
आजा
ना,
यूँ
ना
तड़पा
तुम-हम
और
हम-तुम
हो
जाएँ
कहीं
गुम,
माहिया
मैं
तेरे
बिना
गुमसुम
ना
जाने
तूने
ऐसा
क्या
किया
तुम-हम
और
हम-तुम
हो
जाएँ
कहीं
गुम,
माहिया
मैं
तेरे
बिना
गुमसुम
ना
जाने
तूने
ऐसा
क्या
किया
![Sukriti Kakar feat. Prakriti Kakar - Hum Tum (Acoustic) - Single](https://pic.Lyrhub.com/img/4/f/x/1/d4a2z-1xf4.jpg)
Attention! Feel free to leave feedback.