Lyrics Pagli Hawa Badraya Din - Suresh Wadkar
पगली
हवा
बदराया
दिन
पागल
मेरा
मन
जागे
रे
।
जहाँ
सभी
अंजाने
राहों
के
हैं
ना
ठिकाने
वहीं
मन
अकारण
धाए
रे
॥
पीछे
मुड़
कर
अब
क्यों
रे
जाएं
कभी
वो
अपने
द्वारे
जाए
ना
जाए
ना
दिवारें
जीतने
हो
गिरें-टुटें
॥
बारिश
नशा
लाई
सांझ
की
बेला
किस
बलराम
की
मैं
हूँ
चेला?
मेरे
सपने
घिर-नाचे
मतवाले,
सभी
मतवाले
।
जिसकी
चाह
नहीं
वही
चाहूं
मैं
जो
पाएं
नहीं
कहां
पाऊं
मैं
पाऊं
न,
पाऊं
न,
चाहे
अनहोनी
के
द्वारे
माथा
पीटें
॥
1 Yah Monimala
2 Who Meri Desh Ki Mati
3 Pagli Hawa Badraya Din
4 Choti Choti Yah Bante
5 Purane Woh Din
6 Aaj Rimjhim Mukhorita 2
7 Dhwanita Ahwabano
8 Tumi Kyeshe Yesha
9 Oho Nadiya Ki Begdhar
10 Woh Din Suhana 1
11 Aaj Rimjhim Mukhorita 1
12 Mera Din Dhal Jaye
13 Jag Bitai Maine
14 Woh Din Suhana 2
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