Lyrics Kuchh Dur Hamare Saath Chalo - Talat Aziz
कुछ
दूर
हमारे
साथ
चलो
हम
दिल
की
कहानी
कह
देंग
े समझे
न
जिसे
तुम
आँखों
से
वो
बात
ज़बानी
कह
देंग
े फूलों
की
तरह
जब
होंठों
पर
इक
शोख़
तबस्सुम
बिखरेगा
धीरे
से
तुम्हारे
कानों
में
इक
बात
पुरानी
कह
देंगे
इज़हार\-ए\-वफ़ा
तुम
क्या
समझो
इक़रार\-ए\-वफ़ा
तुम
क्या
जानो
हम
ज़िक्र
करेंगे
ग़ैरों
का
और
अपनी
कहानी
कह
देंग
े मौसम
तो
बड़ा
ही
ज़ालिम
है
तूफ़ान
उठाता
रहता
है
कुछ
लोग
मगर
इस
हलचल
को
बदमस्त
जवानी
कह
देंगे
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