Lyrics Kaise Rokenge Aise Toofan KO - Talat Mahmood , Geeta Dutt
कैसे,
कैसे
रोकोगे...
कैसे
रोकोगे
ऐसे
तूफ़ान
को?
कैसे
रोकोगे
ऐसे
तूफ़ान
को?
ये
उमंगें,
ये
दिल
है
जवान,
हो
कैसे
रोकोगे
ऐसे
तूफ़ान
को?
ये
उमंगें,
ये
दिल
है
जवान,
हो
कैसे
रोकोगे
ऐसे
तूफ़ान
को?
बूँद
कल
की
बनी
आज
धारा
बह
चला
जिसमें
जीवन
हमारा
बूँद
कल
की
बनी
आज
धारा
बह
चला
जिसमें
जीवन
हमारा
जिसको
छू
कर
के
डूबें
हज़ारों
जिसको
छू
कर
के
डूबें
हज़ारों
ढूँढता
है
ये
दिल
वो
किनारा
ढूँढता
है
ये
दिल
वो
किनारा
मन
के
पंछी
की
पागल
उडान
को
मन
के
पंछी
की
पागल
उडान
को
कैसे
रोकोगे
ऐसे
तूफ़ान
को?
अपने
मन
को
मनाओगे
कैसे?
आग
फैली
बुझाओगे
कैसे?
अपने
मन
को
मनाओगे
कैसे?
आग
फैली
बुझाओगे
कैसे?
जिसका
कोई
नहीं
है
किनारा
जिसका
कोई
नहीं
है
किनारा
ऐसा
सागर
सुखाओगे
कैसे?
ऐसा
सागर
सुखाओगे
कैसे?
कैसे
बाँधोगे
आसमान
को?
कैसे
बाँधोगे
इस
आसमान
को?
कैसे
रोकोगे
ऐसे
तूफ़ान
को?
ये
उमंगें,
ये
दिल
है
जवान,
हो
कैसे
रोकोगे
ऐसे
तूफ़ान
को?
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