Lyrics Ghanan Ghanan - Shankar Mahadevan , Shaan , Alka Yagnik , Udit Narayan
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
घिर-घिर
आये
बदरा
घने
घन
घोर
कारे
छाये
बदरा
धमक-धमक
गूंजे
बदरा
के
डंके
चमक-चमक
देखो
बिजुरिया
चमके
मन
धड्काए
बदरवा
मन
धड्काए
बदरवा
मन-मन
धड्काए
बदरवा
काले
मेघा,
काले
मेघा
पानी
तो
बरसाओ
काले
मेघा,
काले
मेघा
पानी
तो
बरसाओ
बिजुरी
की
तलवार
नहीं
बूंदों
के
बाण
चलाओ
मेघा
छाये,
बरखा
लाये
घिर-घिर
आये,
घिरके
आये
कहे
ये
मन
मचल-मचल
ना
यूँ
चल
संभल
संभल
गए
दिन
बदल,
तू
घर
से
निकल
बरसने
वाला
है
अब
अमृत
जल
दुविधा
के
दिन
बीत
गए
भईया
मल्हार
सुनाओ
घनन
घनन
घिर-घिर
आये
बदरा
घने
घन
घोर
कारे
छाये
बदरा
धमक-धमक
गूंजे
बदरा
के
डंके
चमक-चमक
देखो
बिजुरिया
चमके
मन
धड्काए
बदरवा
मन
धड्काए
बदरवा
मन-मन
धड्काए
बदरवा
रस
अगर
बरसेगा,
कौन
फिर
तरसेगा
कोयलिया
गाएगी
बैठी
मुंडेरो
पर
जो
पंछी
गायेंगे,
नए
दिन
आयेंगे
उजाले
मुस्कुरा
देंगे
अंधेरो
पर
प्रेम
की
बरखा
में
भीगे-भीगे
तन-मन
धरती
पे
देखेंगे
पानी
का
दर्पण
जईयो
तुम
जहाँ-जहाँ
देखियो
वहां-वहां
यहीं
एक
समा
की
धरती
यहाँ
है
पेहने
सात
रंगों
की
चुनरियाँ
घनन
घनन
घिर-घिर
आये
बदरा
घने
घन
घोर
कारे
छाये
बदरा
धमक-धमक
गूंजे
बदरा
के
डंके
चमक-चमक
देखो
बिजुरिया
चमके
मन
धड्काए
बदरवा
मन
धड्काए
बदरवा
मन-मन
धड्काए
बदरवा
पेड़ों
पर
झूले
डालो
और
ऊंची
पेंग
बढाओ
काले
मेघा,
काले
मेघा
पानी
तो
बरसाओ
काले
मेघा,
काले
मेघा
पानी
तो
बरसाओ
बिजुरी
की
तलवार
नहीं
बूंदों
के
बाण
चलाओ
आयी
है
रात
मतवाली
बिछाने
हरियाली
ये
अपने
संग
में
लायी
है
सावन
को
ये
बिजुरी
की
पायल
ये
बादल
का
आँचल
सजाने
लायी
है
धरती
की
दुल्हन
को
डाली-डाली
पेहनेगी
फूलों
के
कंगन
सुख
अब
बरसेगा
आँगन-आँगन
खिलेगी
अब
कलि-कलि
हँसेंगी
अब
गली-गली
हवा
जो
चली
तो
रुत
लगी
भली
जला
दे
जो
तन-मन
वो
धुप
ढली
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
काले
मेघा,
काले
मेघा
पानी
तो
बरसाओ
पानी
तो
बरसाओ
बिजुरी
की
तलवार
नहीं
बूंदों
के
बाण
चलाओ
बूंदों
के
बाण
चलाओ
घनन
घनन
घिर-घिर
आये
बदरा
घने
घन
घोर
कारे
छाये
बदरा
धमक-धमक
गूंजे
बदरा
के
डंके
चमक-चमक
देखो
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
घनन
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