paroles de chanson Pankh - Seedhe Maut feat. Bawari Basanti
                                                Sez 
                                                on 
                                                the 
                                                beat
 
                                    
                                
                                                अब 
                                                उड़ 
                                                चलें
 
                                    
                                
                                                हम-तुम 
                                                कहाँ? 
                                                "यहाँ"
 
                                    
                                
                                                "यहाँ"
 
                                    
                                
                                                उठो 
                                                बनो 
                                                बड़ा, 
                                                पढ़ो 
                                                लिखो 
                                                दिल 
                                                हो 
                                                ना 
                                                हो
 
                                    
                                
                                                बोलो 
                                                जो 
                                                वो 
                                                बोलो
 
                                    
                                
                                                जो 
                                                ना 
                                                माने 
                                                पीटो 
                                                बेटाा 
                                                लाओ 
                                                ला 
                                                डंडा
 
                                    
                                
                                                क्या 
                                                बात 
                                                है?
 
                                    
                                
                                                क्या 
                                                बात 
                                                है?
 
                                    
                                
                                                पाँव 
                                                छुओ 
                                                चलो 
                                                क्या 
                                                बात 
                                                है?
 
                                    
                                
                                                गये 
                                                कहाँ 
                                                संस्कार 
                                                तेरे?
 
                                    
                                
                                                जीता 
                                                गलतफ़हमी 
                                                में 
                                                तू 
                                                सोचे 
                                                घुमे 
                                                आगे-पीछे 
                                                संसार 
                                                तेरे
 
                                    
                                
                                                पहले 
                                                धन 
                                                छाप 
                                                बेटे, 
                                                उन्हें 
                                                घंटा 
                                                खेद 
                                                है
 
                                    
                                
                                                होती 
                                                light 
                                                नहीं 
                                                उस 
                                                शहर 
                                                में 
                                                जहाँ 
                                                पंखा 
                                                fail 
                                                है 
                                                बोल 
                                                धप्पा
 
                                    
                                
                                                पूरे 
                                                दिन 
                                                गड़ी 
                                                फ़ोन 
                                                में 
                                                नज़र
 
                                    
                                
                                                लाडसाहब 
                                                की 
                                                लालसा 
                                                भी 
                                                गुम, 
                                                चल 
                                                जाग 
                                                जा
 
                                    
                                
                                                टूटे 
                                                दिल 
                                                बाजे 
                                                फ़ोन 
                                                में 
                                                ग़ज़ल
 
                                    
                                
                                                आज 
                                                रात 
                                                की 
                                                बात 
                                                है 
                                                कल 
                                                जाम 
                                                है 
                                                बे 
                                                हँस 
                                                जा
 
                                    
                                
                                                ये 
                                                ध्यान 
                                                है 
                                                जड़ 
                                                हैं 
                                                मर 
                                                रहे 
                                                लोग 
                                                (फँस 
                                                जा)
 
                                    
                                
                                                ले 
                                                बहन 
                                                वो 
                                                पहन 
                                                make 
                                                up 
                                                लगा 
                                                (थम 
                                                जा)
 
                                    
                                
                                                भेजा 
                                                ये 
                                                पैर 
                                                दो 
                                                हाथ 
                                                पकड़े 
                                                कम 
                                                क्या 
                                                (कम)
 
                                    
                                
                                                पंख 
                                                हैं 
                                                तो 
                                                पूरे 
                                                फैला 
                                                बस 
                                                क्या
 
                                    
                                
                                                हर 
                                                कोई 
                                                बाँसूरी 
                                                बजाते 
                                                हैं 
                                                बस 
                                                में
 
                                    
                                
                                                चले 
                                                बस 
                                                ना 
                                                किसी 
                                                का
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                ही 
                                                बस 
                                                में 
                                                बैठा 
                                                सभी 
                                                बस्तों 
                                                में 
                                                लिये 
                                                टूटे 
                                                सपने
 
                                    
                                
                                                बचने 
                                                को 
                                                जगह 
                                                नहीं 
                                                बची 
                                                मेरे 
                                                बच्चे, 
                                                ढकदो
 
                                    
                                
                                                ये 
                                                लाश 
                                                ये 
                                                आँसू 
                                                खून 
                                                ये 
                                                जान 
                                                मत 
                                                लो
 
                                    
                                
                                                है 
                                                सारी 
                                                शाषन 
                                                झूठ 
                                                ये 
                                                बात 
                                                रट 
                                                लो
 
                                    
                                
                                                उठा 
                                                भरोसा 
                                                साफ 
                                                है 
                                                सब 
                                                यहाँ 
                                                खाली 
                                                छोड़ 
                                                हैं
 
                                    
                                
                                                बाहर 
                                                उड़ान 
                                                भर 
                                                लो
 
                                    
                                
                                                चल 
                                                चलें
 
                                    
                                
                                                हम-तुम 
                                                वहाँ
 
                                    
                                
                                                जहाँ 
                                                हो 
                                                धुन 
                                                नयी
 
                                    
                                
                                                आँख 
                                                खोल, 
                                                उपर 
                                                देख
 
                                    
                                
                                                पंखों 
                                                को 
                                                फैला 
                                                और 
                                                भर 
                                                उड़ान
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                
                                                आँख 
                                                खोल, 
                                                उपर 
                                                देख
 
                                    
                                
                                                पंखों 
                                                को 
                                                फैला 
                                                और 
                                                भर 
                                                उड़ान
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                
                                                पता 
                                                चला 
                                                मुझे 
                                                साी 
                                                बात 
                                                बढ़ 
                                                जायेगी
 
                                    
                                
                                                तू 
                                                चुप 
                                                ही 
                                                रहता
 
                                    
                                
                                                चल 
                                                चुप 
                                                हूँ 
                                                मैं 
                                                बता 
                                                फिर 
                                                तू 
                                                क्यूँ 
                                                है 
                                                सहता?
 
                                    
                                
                                                घर 
                                                पे 
                                                सुनता 
                                                school 
                                                पे 
                                                सुनता
 
                                    
                                
                                                बता 
                                                मुझे 
                                                कि 
                                                तू 
                                                क्यूँ 
                                                है 
                                                सहता?
 
                                    
                                
                                                सब 
                                                से 
                                                सुनता 
                                                डर 
                                                के 
                                                सुनता
 
                                    
                                
                                                बता 
                                                मुझे 
                                                कि 
                                                तू 
                                                क्यूँ 
                                                है 
                                                बहका?
 
                                    
                                
                                                खुद 
                                                से 
                                                तुच्चे 
                                                लोग 
                                                बोले 
                                                सस्ता
 
                                    
                                
                                                उनसे 
                                                खुद 
                                                पे 
                                                load 
                                                लेके 
                                                भूल 
                                                ना 
                                                रास्ता 
                                                पर 
                                                आम
 
                                    
                                
                                                तेरी 
                                                पलकों 
                                                पे 
                                                लेटा 
                                                लिखूँ 
                                                आधी 
                                                नींद 
                                                में
 
                                    
                                
                                                इतना 
                                                तो 
                                                जायज 
                                                है 
                                                (शायद 
                                                से)
 
                                    
                                
                                                प्यार 
                                                से 
                                                ज्यादा 
                                                ही 
                                                प्यारा
 
                                    
                                
                                                साधू 
                                                की 
                                                नीयत 
                                                से 
                                                न्यारा
 
                                    
                                
                                                अक 
                                                पंक्षी 
                                                के 
                                                पंखों 
                                                से 
                                                हल्का 
                                                से 
                                                हल्का 
                                                ये 
                                                रिश्ता 
                                                हमारा
 
                                    
                                
                                                इतना 
                                                सा 
                                                कहना 
                                                मैं 
                                                चाह 
                                                रहा
 
                                    
                                
                                                कि 
                                                मुझपे 
                                                नहीं 
                                                है 
                                                कोई 
                                                छा 
                                                रहा
 
                                    
                                
                                                मैं 
                                                जी 
                                                लिया 
                                                काफी 
                                                बेचारा 
                                                सा
 
                                    
                                
                                                Industry 
                                                देती 
                                                है 
                                                चारा
 
                                    
                                
                                                जिसे 
                                                मैं 
                                                घंटा 
                                                नहीं 
                                                खा 
                                                रहा 
                                                था
 
                                    
                                
                                                क्या 
                                                कहा 
                                                था 
                                                इनसे 
                                                जब 
                                                शुरू 
                                                में 
                                                करने 
                                                था 
                                                जा 
                                                रहा?
 
                                    
                                
                                                चलना 
                                                है 
                                                मंज़िल 
                                                तक 
                                                मैं 
                                                चलता 
                                                ही 
                                                जा 
                                                रहा 
                                                (चलेगा?)
 
                                    
                                
                                                किसी 
                                                की 
                                                आँखों 
                                                में 
                                                मैं 
                                                तारा
 
                                    
                                
                                                किसी 
                                                की 
                                                आँखों 
                                                में 
                                                आवारा
 
                                    
                                
                                                बस 
                                                तेरी 
                                                आँखों 
                                                का 
                                                सहारा 
                                                था
 
                                    
                                
                                                चल 
                                                चलें 
                                                हम-तुम 
                                                वहाँ
 
                                    
                                
                                                जहाँ 
                                                हो 
                                                धुन 
                                                नयी
 
                                    
                                
                                                आँख 
                                                खोल, 
                                                उपर 
                                                देख
 
                                    
                                
                                                पंखों 
                                                को 
                                                फैला 
                                                और 
                                                भर 
                                                उड़ान
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                
                                                आँख 
                                                खोल, 
                                                उपर 
                                                देख
 
                                    
                                
                                                पंखों 
                                                को 
                                                फैला 
                                                और 
                                                भर 
                                                उड़ान
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                
                                                (ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही, 
                                                ऊपर 
                                                ही)
 
                                    
                                 
                            1 Intro
2 Shaktimaan
3 Gehraiyaan
4 Uss DIn
5 Jolly (Skit)
6 Meri Baggi
7 Dehshat
8 Pnp
9 Pankh
10 Edokdog (skit)
11 Kyu
12 Chalta Reh
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