Abhijeet Sawant - Bawari текст песни

Текст песни Bawari - Abhijeet Sawant



कितना सतावे तू मुझे भटक-भटक के
मन को माहरे कभी चैन ना आवे
दूर तू है, तेरा सपना सतावे
चाहे के तू मुझ से बावरी?
बावरी, बावरी...
खाली इक नगरी है, है खाली आसमाँ
अपने हाथों से दे उस को घर बना
बैठी है सामने और तुझ को मैं ढूँढता
तेरी-मेरी कहानी की सुबह मैं ढूँढता
कैसे रोकूँ तेरे सपनों को जीने से?
बिछ गए नैना माहरे तेरे ही क़दमों पे, हो
भी जा, देख, अब ना सता तू
चाहे के तू मुझ से बावरी?
बावरी, बावरी...



Авторы: Akhil Chaudhary, Amit Sawant


Abhijeet Sawant - Farida
Альбом Farida
дата релиза
01-01-2013




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