Falguni Pathak - Chudi текст песни

Текст песни Chudi - Falguni Pathak




चूड़ी जो खनकी हाथों में
हाय, चूड़ी जो खनकी हाथों में
चूड़ी जो खनकी हाथों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में
चूड़ी जो खनकी हाथों में
ठंडी-ठंडी पवन चले
तन-मन में, हाय, आग लगे
ठंडी-ठंडी पवन चले
तन-मन में, हाय, आग लगे
तेरे प्यार की चिंगारी
अंग-अंग में, हाय, मेरे जले
रिमझिम सी बरसातों में
हाय, रिमझिम सी बरसातों में
रिमझिम सी बरसातों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में
चूड़ी जो खनकी हाथों में
अब के बरस, हाय
ये सावन जान ना मेरी ले जाए
अरे, अब के बरस, हाय
ये सावन जान ना मेरी ले जाए
धक-धक मोरा जिया करे
तन से चूनर जब उड़ जाए
बोले जो कोयल बाग़ों में
हाय, बोले जो कोयल बागों में
बोले जो कोयल बाग़ों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में
याद पिया की आने लगी
हाय, भीगी-भीगी रातों में





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