Farida Khanum - Aah Ko Chahiye текст песни

Текст песни Aah Ko Chahiye - Farida Khanum




आँह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
आँह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
कौन जीता है तेरी जुल्फ केसर होने तक
आँह को चाहिए
आशिकी सब्र तलब और तमन्ना बेताब
आशिकी सब्र तलब और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ खून जिगर होने तक
दिल का क्या रंग करूँ खून जिगर होने तक
कौन जीता है तेरी जुल्फ केसर होने तक
आँह को चाहिए
हमने माना कि तगाफल करोगे लेकिन
हमने माना कि तगाफल करोगे लेकिन
खाक हो जाएँगे हम तुमको खबर होने तक
खाक हो जाएँगे हम तुमको खबर होने तक
कौन जीता है तेरी जुल्फ केसर होने तक
आँह को चाहिए इक उम्र असर होने तक
आँह को चाहिए



Авторы: Ghulam Abbas, Mirza Ghalib


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