Kaala Bhairava - Shivam текст песни

Текст песни Shivam - Kaala Bhairava




बलिदानों बलिदानों
आहुतियों आहुतियों
से जन्मी
ये गाथा
बरसों से
जलती है
बदले की
ये ज्वाला
क्या मृत्यु उस महा समर की जननी है जिसका
वर्णन सृष्टि करती
क्या अम्बर की नगरी से वो रखवाला आया
जिसके पाँव चूमें धरती
बलिदानी
क्या नियति
रचने में
है सक्षम
नस नस में
जो घोले
वो लहू है शिवम
शिवम



Авторы: MM KREEM, MANOJ MUNTASHIR


Внимание! Не стесняйтесь оставлять отзывы.
//}