Kishore Kumar - Koi Haseena (From "Sholay") текст песни

Текст песни Koi Haseena (From "Sholay") - Kishore Kumar



कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
टेसान से गाड़ी जब छूट जाती है तो
एक दो तीन हो जाती है
(हट साले)
हाथों में चाबुख, होंठों पे गालियाँ
हाथों में चाबुख, होंठों पे गालियाँ
बड़ी नखरे वालियाँ होती है टांगे वालियाँ
कोई टांगे वाली जब रूठ जाती है तो, है तो, है तो
और नमकीन हो जाती है
कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
ज़ुल्फो में छैय्या, मुखड़े पे धूप है
हे, ज़ुल्फो में छैय्या, मुखड़े पे धूप है
बड़ा मज़्ज़ेदार गोरिये ये तेरा रंग रूप है
डोर से पतंग जब टूट जाती है तो, है तो, है तो
रुख़ रंगीन हो जाती है
कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
टेसान से गाड़ी जब छूट जाती है तो
एक दो तीन हो जाती है, एक दो तीन हो जाती है
एक दो तीन हो जाती है, एक दो तीन हो जाती है



Авторы: BURMAN R D, BAKSHI ANAND


Kishore Kumar - The Golden Melodies, Vol. 2
Альбом The Golden Melodies, Vol. 2
дата релиза
16-06-2014




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