Kumar Sanu, Kavita Krishnamurthy - Bheegi Huyee Hai Raat текст песни

Текст песни Bheegi Huyee Hai Raat - Kumar Sanu , Kavita Krishnamurthy




भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम
भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम
सीने में कैसा दर्द है
होठों पे कैसे प्यास है
सीने में कैसा दर्द है
होठों पे कैसे प्यास है
कैसे बताये हम तुम्हे
अन्जाना एहसास है
तुम हो हमारे साथ मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम
भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम
बैठे तो है जानेअदा
चाहत के साये तले
बैठे तो है जानेअदा
चाहत के साये तले
फिर कैसी बेचैनियाँ
ये वक्त क्यों ना ढले
है सबनमी मुलाकात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम
भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम



Авторы: Saifi Nadeem, Rathod Shravan, Pandy Sameer (t)




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