Lata Mangeshkar - Mausam Hai Ashiqana текст песни

Текст песни Mausam Hai Ashiqana - Lata Mangeshkar




मौसम है आशिकाना
दिल कहीं से उनको
ऐसे में ढूंढ लाना
ऐसे में ढूंढ लाना
मौसम है आशिकाना
दिल कहीं से उनको
ऐसे में ढूंढ लाना
ऐसे में ढूंढ लाना
मौसम है आशिकाना
कहना कि: रुत जवां है
और हम तरस रहे हैं
काली घटा के साये
बिरहन को डस रहे हैं
डर है ना मार डाले
सावन का क्या ठिकाना
सावन का क्या ठिकाना
मौसम है आशिकाना
सूरज कहीं भी जाये
तुमपर ना धूप आये
तुमपर ना धूप आये
तुमको पुकारते हैं
इन गेसुओं के साये
जाओ मैं बना दूं
पलकों का शामियाना
पलकों का शामियाना
मौसम है आशिकाना
फिरते हैं हम अकेले
बाहों में कोई ले ले
आखिर कोई कहाँ तक
तनहाईयों से खेले
दिन हो गए हैं ज़ालिम
रातें हैं कातिलाना
रातें हैं कातिलाना
मौसम है आशिकाना
हाँ... ये रात ये खामोशी
ये ख्वाब से नज़ारे
ये ख्वाब से नज़ारे
जुगनू हैं या ज़मीं पर
उतरे हुए हैं तारे
बेख्वाब मेरी आँखें
बेख्वाब मेरी आँखें
मदशोश है ज़माना
मदशोश है ज़माना
मौसम है आशिकाना
दिल कहीं से उनको
ऐसे में ढूंढ लाना
मौसम है आशिकाना



Авторы: Ghulam Mohammad


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