Текст песни Tum Ek Baar Mohabbat Ka Imtihan To Lo - Mohammed Rafi
तुम
एक
बार
मुहब्बत
का
इम्तहान
तो
लो
मेरे
जुनूँ
मेरी
वहशत
का
इम्तहान
तो
लो
तुम
एक
बार
...
सलाम-ए-शौक़
पे
रंजिश
भरा
पयाम
न
दो
मेरे
ख़ोलूस
को
फ़िरास-ओ-हवस
का
नाम
न
दो
मेरी
वफ़ा
की
हक़ीकत
का
इम्तहान
तो
लो
तुम
एक
बार
...
न
तख़्त-ओ-ताज
न
लाल-ओ-गुहर
की
हसरत
है
तुम्हारे
प्यार
तुम्हारी
नज़र
की
हसरत
है
तुम
अपने
हुस्न
की
अज़मत
का
इम्तिहान
तो
लो
तुम
एक
बार
...
मैं
अपनी
जान
भी
दे
दूँ
तो
ऐतबार
नहीं
के
तुम
से
बढ़के
मुझे
ज़िंदगी
से
प्यार
नहीं
यूँ
ही
सही
मेरी
चाहत
का
इम्तिहान
तो
लो
तुम
एक
बार
...
Внимание! Не стесняйтесь оставлять отзывы.