Текст песни Ajeeb Dastan Hai Yeh - Nitin Mukesh
अजीब
दास्ताँ
है
ये
अजीब
दास्ताँ
है
ये
है
जिसका
नाम
ज़िंदगी
है
जिसका
नाम
ज़िंदगी
कभी
मचलता
गीत
है
कभी
मचलता
गीत
है
कभी
है
ग़म
की
शायरी
अजीब
दास्ताँ
है
ये
अजीब
दास्ताँ
है
ये
ये
अपनी
भूल
है
कोई
या
खेल
है
नसीब
का
ये
अपनी
भूल
है
कोई
या
खेल
है
नसीब
का
हो,
अजनबी
हुए
जिन
से
रिश्ता
था
करीब
का
ख़बर
भी
ना
हुई
ख़बर
भी
ना
हुई
बहार
आई
और
चली
गई
अजीब
दास्ताँ
है
ये
अजीब
दास्ताँ
है
ये
है
जिसका
नाम
ज़िंदगी
है
जिसका
नाम
ज़िंदगी
कभी
मचलता
गीत
है
कभी
है
ग़म
की
शायरी
अजीब
दास्ताँ
है
ये
अजीब
दास्ताँ
है
ये
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