Asses Kaur - Na Jaa Lyrics

Lyrics Na Jaa - Asses Kaur




दो कटी हैं, दो बची हैं जीवन की रतियाँ
जीती हूँ तोरे कारण एक पल में सदियाँ
दो कटी हैं, दो बची हैं जीवन की रतियाँ
जीती हूँ तोरे कारण एक पल में सदियाँ
तू ना जा, ना जा, सखी री, ना जा
अब ना जा, ना जा, ना जा
तू ना जा, ना जा, सखी री, ना जा
अब ना जा, ना जा, ना जा
शोख़ियाँ-मस्तियाँ रिश्तों की धड़कने
धड़कनों के बिना कोई दिल ना बने
तू ना जा, ना जा, सखी री, ना जा
अब ना जा, ना जा, ना जा
तू ना जा, ना जा, सखी री, ना जा
अब ना जा, ना जा, ना जा
हर साँस अधूरी, हर-सू धुआँ है
पत्थर की नज़र है, ज़बाँ है
(ना जा)
ख़ामोश लबों पे दबी सिसकियाँ है
हर शय फ़ना-फ़ना है
छोटी-छोटी यादों का दरिया
देखो, कभी दिल में डूबे ना
दो कटी हैं, दो बची हैं जीवन की रतियाँ
जीती हूँ तोरे कारण एक पल में सदियाँ
तू ना जा, ना जा, सखी री, ना जा
अब ना जा, ना जा, ना जा
तू ना जा, ना जा, ना जा री
अब ना जा, सखी री, ना जा
तू ना जा, ना जा, ना जा रे
अब ना जा, ना जा, ना जा



Writer(s): Sachin Gupta, Mudassar Aziz



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