Lyrics Aah Ko Chahiye - Farida Khanum
आँह
को
चाहिए
इक
उम्र
असर
होने
तक
आँह
को
चाहिए
इक
उम्र
असर
होने
तक
कौन
जीता
है
तेरी
जुल्फ
केसर
होने
तक
आँह
को
चाहिए
आशिकी
सब्र
तलब
और
तमन्ना
बेताब
आशिकी
सब्र
तलब
और
तमन्ना
बेताब
दिल
का
क्या
रंग
करूँ
खून
जिगर
होने
तक
दिल
का
क्या
रंग
करूँ
खून
जिगर
होने
तक
कौन
जीता
है
तेरी
जुल्फ
केसर
होने
तक
आँह
को
चाहिए
हमने
माना
कि
तगाफल
न
करोगे
लेकिन
हमने
माना
कि
तगाफल
न
करोगे
लेकिन
खाक
हो
जाएँगे
हम
तुमको
खबर
होने
तक
खाक
हो
जाएँगे
हम
तुमको
खबर
होने
तक
कौन
जीता
है
तेरी
जुल्फ
केसर
होने
तक
आँह
को
चाहिए
इक
उम्र
असर
होने
तक
आँह
को
चाहिए
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