Lyrics Teri Khushboo (From "Mr. X") - Male - Arijit Singh , Jeet Gannguli
तेरी
खुशबू
और
तेरी
साँसें
क़तरा-क़तरा
सब
भुलाएंगे
सिलवटें
जो
तुमने
छोड़ी
है
धीरे-धीरे
सब
मिटाएंगे
काटने
को
इतनी
लम्बी
उम्र
आगे
है
जाने
किसके
पीछे
तू
बेवजह
भागे
है
आँख
नम
होती
है
होने
दो
होंठ
लेकिन
मुस्कुराएंगे
उसकी
रातों
से
सुबह
अपनी
रफ्ता-रफ्ता
खींच
लाएंगे
ऐसा
कोई
दिल
नहीं,
जो
कभी
टूटा
नहीं
काँच
से
उम्मीद
क्या
रखना
ऐसा
कोई
दिल
नहीं,
जो
कभी
टूटा
नहीं
काँच
से
उम्मीद
क्या
रखना
काटने
को
इतनी
लम्बी
उम्र
आगे
है
जाने
किसके
पीछे
तू
बेवजह
भागे
है
आँख
नम
होती
है
होने
दो
होंठ
लेकिन
मुस्कुराएंगे
उसकी
रातों
से
सुबह
अपनी
रफ्ता-रफ्ता
खींच
लाएंगे
चल
नयी
शुरुआत
कर
भूल
के
जो
हो
गया
हाथ
पे
यूँ
हाथ
क्या
रखना,
हो
चल
नयी
शुरुआत
कर
भूल
के
जो
हो
गया
हाथ
पे
यूँ
हाथ
क्या
रखना
काटने
को
इतनी
लम्बी
उम्र
आगे
है
जाने
किसके
पीछे
तू
बेवजह
भागे
हैं
तेरी
खुशबू
और
तेरी
साँसें
क़तरा-क़तरा
सब
भुलाएंगे
सिलवटें
जो
तुमने
छोड़ी
है
धीरे-धीरे
सब
मिटाएंगे
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