Jubin - Bandeyaa Lyrics

Lyrics Bandeyaa - Jubin




ਬੰਦਿਆ, तू मुँह मोड़ के ना जा
ਬੰਦਿਆ, तू मुँह मोड़ के ना जा
ਬੰਦਿਆ, दहलीज़ लाँघ के ना जा
नैना बेचारे रो-रो के हारे
छोड़ गया तू किसके सहारे?
रुक जा रे, ना जा रे
रुक जा रे, ना जा रे
ਬੰਦਿਆ, तू मुँह मोड़ के ना जा
रब से होने लगे शिकवे हैं
रब से होने लगे शिकवे हैं
जब से तुमने कहा "चलते हैं"
पलकों से अश्क ये क्यूँ ना गिरें?
सीने की जलन ये कैसे सहें?
रुक जा रे, ना जा रे
रुक जा रे, ना जा रे
ਬੰਦਿਆ, तू मुँह मोड़ के ना जा
रस्ते खामोश क्यूँ बैठे हैं?
Hmm, रस्ते खामोश क्यूँ बैठे हैं?
लमहे सहमे से क्यूँ रहते हैं?
किसी का तो इंतज़ार है इन्हें
सपने क्यूँ बेवजह ये बुनें?
रुक जा रे, ना जा रे
थम जा रे, ना जा रे
ਬੰਦਿਆ, तू मुँह मोड़ के ना जा
ਬੰਦਿਆ, तू मुँह मोड़ के ना जा



Writer(s): Sanjay Gupta & Amjad Nadeem, Amjad - Nadeem


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