Jyotica Tangri - Tu Hi Hai (Female Version) Lyrics

Lyrics Tu Hi Hai (Female Version) - Jyotica Tangri




करता नहीं क्यूँ तू मुझपे यकीं
क्यूँ मेरे दिल की तू सुनता नहीं
हम्म. तेरे बगैर कितना तन्हा सा हूँ
आलम ये दिल का तू समझे कभी
है पता ये तुझे
ना जी सकूँगी बिन तेरे
फिर भी क्यूँ मुझसे जुदा
तू.तू ही है तू ही तो है
मेरा जूनून
तू ही है तू ही तो है
दिल का सुकून
तू है जिसके बिना
मैं जि नासकूँ
तू ही है... तू ही है...
फिर जियें शामें वही
चल फिर वही
हम बातें करें
बैचेनियों के फिर शिलशिले हों
फिर दिल मेरा ये
आहें भरे
ज्यादा नहीं तो थोड़ी सही
दे दे मुझे वो ही ज़िन्दगी
मेरे नजदीक तू
ये फासले मुझको घेरे
है पता ये तुझे
ना जि सकूँगी बिन तेरे
फिर भी क्यूँ मुझसे जुदा.
तू. तू ही है तू ही तो है
मेरा जूनून
तू ही है तू ही तो है
दिल का सुकून
तू है जिसके बिना



Writer(s): Rahul Mishra, Laado Suwalka


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