Lata Mangeshkar - Suhani Raat Dhal Chuki Na Jaane Tum Kaha Lyrics

Lyrics Suhani Raat Dhal Chuki Na Jaane Tum Kaha - Lata Mangeshkar



सुहानी रात ढल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
सुहानी रात ढल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
जहां की रुत बदल गई
ना जाने तुम कब आओगे
नजारे अपने मस्तियां
दिखा दिखा के सो गए
सितारे अपनी रोशनी
लुटा लुटा के सो गए
हर एक शमा जल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
सुहानी रात ढल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
तड़प रहे हैं हम यहां
तड़प रहे हैं हम यहां
तुम्हारे इंतजार में
तुम्हारे इंतजार में
फिज़ा के रंग चला है
मौसम- ए- बहार में
मौसम-ए-बहार में
मौसम-ए-बहार में
हवा भी रुख बदल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
सुहानी रात ढल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे




Lata Mangeshkar - Shraddhanjali - My Tribute To The Immortals Vol. 2




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