Lyrics Sach Bolta Hoon Main - Pankaj Udhas
फिर
हाथ
में
शराब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
फिर
हाथ
में
शराब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
ये
चीज़
लाजवाब
है
ये
चीज़
लाजवाब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
फिर
हाथ
में
शराब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
गिन
कर
पियूं
मैं
जाम
तो
होता
नहीं
नशा
गिन
कर
पियूं
मैं
जाम
तो
होता
नहीं
नशा
मेरा
अलग
हिसाब
है
मेरा
अलग
हिसाब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
फिर
हाथ
में
शराब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
साकी
यकीं
न
आये
तो
गर्दन
झुका
के
देख
साकी
यकीं
न
आये
तो
गर्दन
झुका
के
देख
शीशे
में
माह्ताब
है
शीशे
में
माह्ताब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
फिर
हाथ
में
शराब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
हाथों
में
एक
जाम
है
होंठों
पे
इक
ग़ज़ल
हाथों
में
एक
जाम
है
होंठों
पे
इक
ग़ज़ल
बाकि
ख्याल-ओ-ख्वाब
है
बाकि
ख्याल-ओ-ख्वाब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
फिर
हाथ
में
शराब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
फिर
हाथ
में
शराब
है
सच
बोलता
हूं
मैं
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