Sadhana Sargam - Thahre Huye Paani Mein (Female Version) - From "Dalaal" Lyrics

Lyrics Thahre Huye Paani Mein (Female Version) - From "Dalaal" - Sadhana Sargam



ठहरे हुए पानी में
कंकर ना मार साँवरी
मन में हलचल सी
मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुए पानी में
कंकर ना मार साँवरी
मन में हलचल सी
मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुए पानी में
मेरे लिए है तू अनजानी
तेरे लिए हूँ मैं बेगाना
अनजाने ने बेगाने का दर्द
भला कैसे पहचाना
जो इस दुनिया ने ना जाना
ठहरे हुए पानी में
कंकर ना मार साँवरी
मन में हलचल सी
मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुए पानी में
सब फूलो के है दीवाने
कांटो से दिल कौन लगाए
भोली सजनि मैं ूँ काँटा
क्यों अपना आँचल उलझाये
रब तुझको कांटो से बचाये
ठहरे हुए पानी में
कंकर ना मार साँवरी
मन में हलचल सी
मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुए पानी में
तुम ही बताओ कैसे बसेगी
दिल के अरमानों की बस्ती
खाब अधूरे रह जाएंगे
मिट जायेगी इनकी हस्ती
चलती है क्या रेट पे कश्ती
ठहरे हुए पानी में
कंकर ना मार साँवरी
मन में हलचल सी
मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुए पानी में
कंकर ना मार साँवरी
मन में हलचल सी
मच जायेगी बावरी हो
ठहरे हुए पानी में.



Writer(s): PRAKASH MEHRA, MAYA GOVIND, BAPPI LAHIRI, MEHRA PRAKASH


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